संभल के शिव मंदिर में 1978 के सांप्रदायिक दंगे: 184 लोगों की मौत और हिंदुओं का पलायन
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संभल के शिव मंदिर में 1978 में सांप्रदायिक दंगे हुए थे, जिससे 184 लोगों की मौत हो गई थी और हिंदुओं का पलायन हुआ। यह दंगा स्थानीय मुद्दों के कारण भड़का था, जिसे बाद में धार्मिक रूप दे दिया गया। मौलाना मुहम्मद हुसैन की हत्या, जिसे एक हिंदू ने की थी, दंगे का एक कारण बनी। इस हत्या के बाद, हिंदू समुदाय ने इलाके से पलायन कर दिया, जिससे मंदिर पर ताला लगा दिया गया और यह 46 सालों तक बंद रहा।हाल ही में, प्रशासन द्वारा बिजली चोरी की जांच के दौरान यह मंदिर खोजा गया। इस मंदिर में शिवलिंग, भगवान हनुमान और नंदी की मूर्तियां मिलीं। मंदिर के पास के कुएं से भी देवी-देवताओं की कई मूर्तियां मिलीं। इस घटना ने पूरे देश का ध्यान आकर्षित किया और मंदिर को फिर से खोलने के लिए विधिवत पूजा-अर्चना की गई।अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के प्रोफेसर एमके पुंडीर ने बताया कि मंदिर 200 से 225 साल पुराना है। उन्होंने यह भी बताया कि मंदिर के बंद होने का कारण स्थानीय मुद्दा था, जिसे बाद में धार्मिक रूप दे दिया गया।इस घटना ने संभल को फिर से चर्चाओं में ला दिया है, विशेष रूप से जामा मस्जिद के सर्वे और उसके बाद की हिंसा के चलते। इस बार प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान यह मंदिर खोजा गया, जिससे इतिहास के पन्नों में दबा यह सच सामने आया।